राज्यवार भूजल संसाधन उपलब्धता, उपयोग एवं विकास का चरण अनुबंध-1
2.
संसाधन उपलब्धता पता करते समय अनुप्रयोग परत को यह फ़ैसला करना होता है कि अनुरोधित संचार के लिए पर्याप्त जाल संसाधन उपलब्ध हैं या नहीं।
3.
संसाधन उपलब्धता पता करते समय अनुप्रयोग परत को यह फ़ैसला करना होता है कि अनुरोधित संचार के लिए पर्याप्त जाल संसाधन उपलब्ध हैं या नहीं।
4.
निश्चित तौर पर विभिन्न स्वामित्व प्रतिरूपों, संसाधन उपलब्धता, सामाजिक अवसरों और संचालन के नियमों जैसे पेटेंट कानून एवं दूसरे विरोधी नियामकों के साथ बाजार व्यवस्था का इस्तेमाल बिल्कुल स्थिर होता है।
5.
संसाधन विकास के लिए देश को कृषि-जलवायु विशेषताओं, विशेष रूप से तापमान और वर्षा सहित मृदा कोटि, जलवायु और जल संसाधन उपलब्धता के आधार पर स्थूलतः निम्नानुसार पंद्रह कृषि जलवायु क्षेत्रों में बांटा गया हैः